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Saturday, July 10, 2021

सुपरिचित कवि लेखक श्रीरंग की दो बातें मेरी कहानियों पर --



सर जी आप इलाहाबाद की शान है ।
हमें आप पर गर्व है ।
 हिन्दी कहानी के पाठको का ध्यान अपनी कहानियों के माध्यम से आस पास की मामूली घटनाओं की ओर ही आकर्षित नहीं कराया बल्कि उसे छोटी से छोटी चीज । के प्रति संवेदन शील बनाने की कोशिश भी की है । यह इस मायने में इलाहाबाद या देश अन्य हिन्दी कथाकारो से अलहदा है कि इस प्रक्रिया में आपने हिन्दी भाषी समाज और बाग्ला समाज के बीच एक बैचारिक पुल बनाने का काम भी आपने किया है जो मिशाल है। आपकी कहानियों में कथ्य और तथ्य की इतनी सहज प्रस्तुति आज दुर्लभ है ।
मोक्ष दायिनी जैसी चर्चित कहानी का शिल्प विन्यास और कहन भंगिमा अद्वितीय है । आपकी कहानियों को पढ़ते हुए लगता है कि ये कहानियां हमारे बहुत करीब की कहानियां है या यूँ कहें कि जैसे पाठकों की स्वयं की अनुभूतियों और अनुभवों की बौद्धिक अभिव्यक्तियां है।
ऐसे ही अनवरत लिखते और दिखते रहें । अशेष शुभ कामनाएं ।
( फेसबुक पर मेरी कहानियों पर दी गई एक टिप्पणी )

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